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शनिवार, 30 अप्रैल 2011

डर व पक्षपात के बिना काम करे सीबीआई

डर व पक्षपात के बिना काम करे सीबीआई



नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो [सीबीआई] को बेकसूरों को निशाना नहीं बनाने की नसीहत देते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को कहा कि जांच एजेंसी को किसी डर और पक्षपात के बिना काम करना चाहिए। दोषियों के खिलाफ उनके पदों की परवाह किए बिना मामला दर्ज करना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बड़े लोगों से जुड़े मामलों की जांच में सीबीआई अधिकारियों को कड़ी कसौटी पर उतरना पड़ता है। एजेंसी के नए मुख्यालय का यहां उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सीबीआई की जांच बिना किसी वैरभाव, निर्दोषों को प्रताड़ित किए बिना और बेकसूरों को निशाना बनाए बिना होनी चाहिए।

मनमोहन ने कहा कि सीबीआई को बिना किसी भय और बिना किसी पक्षपात के काम करना चाहिए तथा पदों की परवाह किए बिना उन सबके खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए जो दोषी हैं। जो भी देश के कानून का उल्लंघन करे चाहे वह शक्तिशाली हो उसके खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सीबीआई ने अन्य जांच एजेंसियों के लिए अनुकरण का एक मानदंड स्थापित किया है लेकिन सुधार की गुंजाइश है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार इस प्रमुख जांच एजेंसी के लिए जरूरी श्रमशक्ति, वित्तीय मदद और प्रौद्योगिकी मुहैया कराने के लिए कटिबद्ध है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने सीबीआई के लिए 71 अतिरिक्त विशेष अदालतों के गठन का फैसला किया है जिनमें से 64 को मूंजरी मिल गई है लेकिन अभी केवल 16 काम कर रही हैं।

 मनमोहन ने कहा कि पिछले सालों में सीबीआई देश की प्रमुख जांच एजेंसी बनकर उभरी है और सीबीआई को जांच सौंपने के लिए काफी जोर रहता है। उन्होंने 186 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सीबीआई के मुख्यालय की शानदार नई इमारत का जिक्र आधुनिक कला और हरित इमारत के रूप में किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे विश्वास है कि इस नई इमारत में आप सब अनुकूल और सहज माहौल में काम कर सकेंगे।